भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में राज्य सरकार प्रगति पथ पर अग्रसर है। उनके मार्गदर्शन में विकसित हुआ गुजरात मॉडल सभी राज्यों के लिए अनुकरणीय है। देश में ऊर्जा तथा विशेष कर नवकरणीय ऊर्जा क्षमता में वृद्धि को अभियान के रूप में लेना प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता को दर्शाता है।
गुजरात में आयोजित री-इन्वेस्ट 2024 कार्यक्रम में डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन कम करने और सोलर एनर्जी-विंड एनर्जी, हाइडल पावर के क्षेत्र में गतिविधियों का विस्तार इस कार्यक्रम में विचार-विमर्श के प्रमुख बिंदु हैं। बिना ऊर्जा के विकास संभव नहीं है। वर्तमान परिदृश्य में नवकरणीय ऊर्जा सोने पर सुहागा जैसी है और इस दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे प्रयास देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नवकरणीय ऊर्जा के माध्यम से वर्ष 2030 तक 500 गीगावॉट नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य दिया है, इसे प्राप्त करने में मध्यप्रदेश अपना हर संभव योगदान देगा। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में हमारी सरकार 600 मेगावॉट क्षमता की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना विकसित कर रही है, इसके साथ ही 200 मेगावॉट क्षमता का सोलर पैनल भी हम लगा चुके हैं तथा मिशन मोड में वर्ष 2025 तक सभी शासकीय भवनों पर सोलर रूफटॉप लगाने का निर्णय लिया गया है। हमारी सरकार पंप हाइड्रो ऊर्जा भंडारण योजना पर भी काम कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी का मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने री-इन्वेस्ट 2024 कार्यक्रम में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास पथ पर अग्रसर होने संबंधी मार्गदर्शन के लिए आभार प्रकट किया।
भारत को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिभर बनाने में हर संभव योगदान देगा मध्यप्रदेश
