16वें मीट एट आगरा के लिए गुलज़ार हुआ आगरा व्यापार केंद्र

• 35 देशों के प्रतिनिधित्व के साथ 200 से अधिक एग्जीबिटर्स ले रहे हैं भाग
• ताईवान के प्रतिनिधि मंडल के सहभागिता तय करेगी तकनीकी साझेदारी

आगरा। ताजनगरी एक बार फिर से विश्व के फुटवियर व्यापार का केंद्र बनने के लिए तैयार है। 8,9 और 10 नवंबर 2024 को आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैंबर (AFMEC) द्वारा आयोजित होने जा रहे तीन दिवसीय 16वें लेदर, फुटवियर कंपोनेंट्स और टेक्नोलॉजी फेयर मीट एट आगरा में 200+ एग्जीबिटर्स और 6000+ ट्रेड विजिटर्स शामिल होंगे, जिसमें 35 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व होगा। गुरूवार को यह जानकारी आयोजन स्थल आगरा ट्रेड सेंटर, सींगना पर आयोजित प्रेसवार्ता में एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने दी। उन्होंने कहा कि 7200 वर्ग मीटर से अधिक के विशाल क्षेत्र में जूता बनाने के नवीनतम मशीनरी, कम्पोनेंट्स के साथ विश्व की नवनीतम तकनीक का प्रदर्शन इस फेयर का मुख्य आकर्षण होगा। इस बार 20,000 से अधिक विजिटर्स के आने के सम्भावना है।

एफमेक के कन्वीनर कैप्टन ए.एस. राणा ने बताया कि इस फेयर में 200 से अधिक स्टॉल विभिन्न प्रदर्शकों द्वारा लगाए गए हैं, जो चमड़े, सोल, शू एडेसिव, मशीनरी और फुटवियर निर्माण के अन्य घटकों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इन उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करना इस फेयर का मुख्य उद्देश्य है। कैप्टन राणा ने कहा कि यह आयोजन न केवल व्यापारिक अवसरों को बढ़ाने का काम करता है, बल्कि फुटवियर उद्योग में प्रशिक्षण ले रहे विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण शिक्षण मंच भी प्रस्तुत करता है। इस फेयर के माध्यम से, युवा प्रतिभागी उद्योग की नवीनतम तकनीकों, उत्पादों और व्यापारिक रणनीतियों के बारे में सीख सकते हैं, जो उनके करियर के विकास में सहायक साबित होगा। इस प्रकार, मीट एट आगरा सिर्फ एक व्यापारिक मेला नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो उद्योग के सभी हिस्सों को जोड़ता है और सीखने, नवाचार और सहयोग के नए अवसर प्रदान करता है।

एफमेक महासचिव राजीव वासन ने फेयर के महत्व और इसकी अंतरराष्ट्रीय भागीदारी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस वर्ष मीट एट आगरा में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 35 देशों का प्रतिनिधित्व होगा। इसमें ताइवान, जर्मनी, ब्राज़ील, स्पेन, इटली, चीन और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों ने विशेष रुचि दिखाई है। श्री वासन ने कहा कि इस प्रकार की भागीदारी न केवल फेयर की अंतरराष्ट्रीय पहचान को मजबूत करती है, बल्कि यह वैश्विक फुटवियर उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म भी प्रदान करती है। विभिन्न देशों से आए प्रदर्शक और व्यापारी अपने नवीनतम उत्पाद, तकनीक और नवाचारों का प्रदर्शन करेंगे, जिससे भारतीय उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि ताइवान का एक विशेष प्रतिनिधि मंडल कल फेयर में शामिल होगा। यह प्रतिनिधिमंडल अपनी अत्याधुनिक तकनीकों और उत्पादों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ भारतीय व्यापारियों और निर्माताओं के साथ संभावित व्यापारिक संबंध स्थापित करने का प्रयास करेगा। ताइवान की तकनीकी विशेषज्ञता और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की वजह से उसकी उपस्थिति फेयर में महत्वपूर्ण होगी।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सहगल ने 16वें संस्करण के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि यह फेयर अपनी युवा अवस्था के देहलीज पर खड़ा है। “आज, यह आयोजन न केवल भारत में, बल्कि विश्व के फुटवियर बाजार का एक बहु-प्रतीक्षित इवेंट बन चुका है,” उन्होंने आगे बताया कि पिछले कई वर्षों में इस मेले ने अपना महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। हर साल इसमें बढ़ती ट्रेड विजिटर्स और एग्जीबिटर्स की संख्या इस बात का सबूत हैं। सहगल ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म ने न केवल स्थानीय निर्माताओं को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर दिया है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी व्यापारिक संपर्कों को बढ़ाने में मदद कर रहा है।

इस फेयर के माध्यम से, उद्योग के विभिन्न स्टेकहोल्डर एकत्रित होते हैं, जो नए व्यापारिक अवसरों, तकनीकी नवाचारों और बाजार के नवीनतम रुझानों के बारे में जानने का प्रयास करते हैं। सहगल ने यह भी उल्लेख किया कि इस फेयर में वैश्विक ब्रांड और छोटे व्यवसाय दोनों अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं, जो भारतीय फुटवियर उद्योग की विविधता और समृद्धि को दर्शाता है।

राजेश सहगल ने यह भी कहा कि समय के साथ, इस फेयर ने न केवल एक व्यापारिक मंच के रूप में अपनी पहचान बनाई है, बल्कि यह उद्योग के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। “हमारे प्रयासों के माध्यम से, हम इसे और अधिक विस्तृत और प्रभावशाली बनाने का लक्ष्य रखते हैं, ताकि यह भविष्य में भी एक प्रमुख वैश्विक आयोजन बना रहे,” उन्होंने कहा। इस प्रकार, 16वें संस्करण के साथ, “मीट एट आगरा” ने एक नई पहचान बनाई है, जो न केवल स्थानीय उद्योग के लिए लाभकारी है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।

आयोजन समिति के चेयरमैन गोपाल गुप्ता ने अपने संबोधन में विश्व के फुटवियर बाजार पर प्रकाश डालते हुए “मीट एट आगरा” की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल भारत के फुटवियर उद्योग के लिए एक प्रमुख मंच है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसकी प्रतिष्ठा लगातार बढ़ती जा रही है।

गोपाल गुप्ता ने स्पष्ट किया कि “मीट एट आगरा” ने उद्योग के विभिन्न खिलाड़ियों को एक साथ लाने और एक समग्र व्यापारिक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने में अहम योगदान दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस फेयर के माध्यम से न केवल नवीनतम उत्पादों और तकनीकों का प्रदर्शन होता है, बल्कि यह वैश्विक व्यापार नेटवर्क को भी सशक्त करता है।

उनके अनुसार, यह मंच नए व्यापारिक संबंधों की स्थापना, ज्ञान के आदान-प्रदान और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए अनिवार्य है। गोपाल गुप्ता ने कहा कि “मीट एट आगरा” भविष्य में फुटवियर उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि भारत इस क्षेत्र में एक अग्रणी स्थिति बनाए रख सके।

एफमेक के सचिव ललित अरोड़ा ने भारत के जूता बाजार के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए इस मेले को अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सहायक बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय फुटवियर उद्योग की तेजी से बढ़ती मांग और निर्यात की क्षमता, इस आयोजन के माध्यम से और भी बढ़ सकती है।

ललित अरोड़ा ने बताया कि इस फेयर के द्वारा विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शकों को एकत्रित करके, व्यापारिक अवसरों का विस्तार करने में मदद मिलती है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि फुटवियर उद्योग न केवल रोजगार सृजन में योगदान देता है, बल्कि यह भारत की आर्थिक वृद्धि में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उनका मानना है कि “मीट एट आगरा” जैसे आयोजनों के माध्यम से उद्योग के भीतर संवाद और सहयोग को बढ़ावा मिलता है, जिससे न केवल कारोबारियों को लाभ होता है, बल्कि देश की समग्र अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है।

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