पूर्वोत्तर में मत्स्य पालन क्षेत्र में हैं अपार संभावनाएं : राजीव रंजन सिंह

नई दिल्ली। मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत मत्स्यपालन विभाग ने आज असम के गुवाहाटी में ‘पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों की बैठक 2025’ का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय (एमओएफएएचएंडडी) और पंचायती राज मंत्रालय के माननीय केंद्रीय मंत्री  राजीव रंजन सिंह ने की। इस अवसर पर माननीय एमओएफएएचएंडडी एवं अल्पसंख्यक कार्य राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और एमओएफएएचएंडडी एवं पंचायती राज राज्य मंत्री माननीय प्रो. एस.पी. सिंह बघेल की गरिमामयी उपस्थिति रही।

केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत वाली प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र में आत्मनिर्भर मत्स्यपालन क्षेत्र को आगे बढ़ाने और लक्षित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता रेखांकित होती है। इन परियोजनाओं से मत्स्य पालन क्षेत्र में 4,530 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने का अनुमान है।

केंद्रीय मंत्री ने मत्स्य पालन लाभार्थियों को एनएफडीपी पंजीकरण प्रमाण पत्र, केसीसी कार्ड, सर्वश्रेष्ठ एफएफपीओ और मत्स्यपालन स्टार्ट-अप के लिए पुरस्कार सहित प्रमाण पत्र भी वितरित किए। क्षेत्रीय विकास की गति को जारी रखने और टिकाऊ बनाने के उद्देश्य से, मत्स्य विभाग ने सिक्किम राज्य में जैविक मत्स्य पालन और जलीय कृषि के विकास के लिए सिक्किम के सोरेंग जिले में जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर को अधिसूचित किया।

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