भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गोवर्धन पूजा के अवसर पर कहा कि मध्य प्रदेश, देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 9 से 10 प्रतिशत उत्पादन करते हुए देश में तीसरे स्थान पर है। पशुपालन और दुग्ध उत्पादन के लिए सुविधाएं प्रदान कर प्रदेश को देश में अग्रणी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। लगभग 40 हजार ग्रामों में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाना देने के लिए म.प्र. सरकार और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के बीच एमओयू किया गया है। प्रदेश में प्रतिदिन साढ़े पांच करोड़ लीटर दुग्ध उत्पादन हो रहा है। प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता के मामले में मध्यप्रदेश की स्थिति राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। जहां देश में प्रति व्यक्ति 459 ग्राम प्रतिदिन दूध की उपलब्धता है वहीं मध्यप्रदेश में यह 644 ग्राम है। अगले पांच वर्ष में प्रदेश का दुग्ध उत्पादन दोगुना करने का लक्ष्य है।
डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गोवर्धन पूजा धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि पर्यावरण-संरक्षण, कृषि और पशुधन के प्रति समाज की जिम्मेदारी का भी पर्व हैं। गोवर्धन पूजा के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के प्रति श्रद्धा और कृषि से जुड़ी परंपराओं को बनाए रखने का संदेश भी जाता है। इसे दृष्टिगत रखते हुए हमने इस वर्ष गौवर्धन पूजा को वृहद पैमाने पर पूरे प्रदेश में सरकार की सहभागिता के साथ मनाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि गौ-संवर्धन के लिए शासन द्वारा प्रमुख पहल की गई हैं। राज्य में 2500 गौ-शालाओं में 4 लाख से अधिक गौ-वंश का पालन किया जा रहा है। गौ-वंश के बेहतर आहार के लिये प्रति गौ-वंश मिलने वाली 20 रूपये की राशि बढ़ाकर 40 रूपये करने का निर्णय लिया गया है। घायल गायों के लिये हाइड्रोलिक कैटल लिफ्टिंग वाहन की व्यवस्था की गई है। दुग्ध उत्पादन और ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश के हर ब्लॉक में एक गाँव को वृंदावन गांव बनाया जायेगा। ग्वालियर स्थित आदर्श गौ-शाला में देश के पहले 100 टन क्षमता वाले सीएनजी प्लांट की स्थापना की गई है।