नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का दौरा कर बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया। साथ ही स्थानीय किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को लेकर चर्चा की। इस दौरान चौहान ने कहा कि हम तात्कालिक सहायता देने का काम कर रहे हैं। किसी को भी निराश होने की जरूरत नहीं है, हम मिलकर काम करेंगे और केन्द्र सरकार जनता को इस संकट से बाहर निकालेगी। राज्य सरकार के साथ केन्द्र सरकार खड़ी है और हम किसानों को हर संकट के पार निकाल कर ले जाएंगे।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि तेलंगाना के खम्मम जिले में किसानों से उनके नुकसान के संबंध में चर्चा की। इस दौरान एक किसान बाढ़ में अपनी फसल नुकसान के बारे में बता रहा था, तभी कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उसे अपने पास बुलाया और गले लगाया, आंसू पोछें और हिम्मत देते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे भेजा है वो आपका दुख समझते हैं, फसल खोई है, जिंदगी नहीं खोने देंगे। किसान परिवार से हूँ, अपने किसान भाई का दुख महसूस कर सकता हूँ, लेकिन ये दुख, ये आँसू नहीं रहेंगे, उचित मुआवजा मिलेगा। किसान ने केन्द्रीय मंत्री से कहा कि आपने मध्य प्रदेश में किसानों के लिए बहुत किया है अब हमारा ख्याल रखिए। जिसके बाद श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सबसे पहले फसल क्षति का आंकलन कर जल्द ही उचित मुआवजा दिलाएंगे। बैंकों से कहेंगे कि संकट के समय किसानों से ऋण वसूली न करें। अगली फसल के लिए खाद बीज की कमी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि संकट अभूतपूर्व है, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी संवेदनशील हैं, हम राज्य सरकार के साथ मिलकर किसानों का जीवन सामान्य करेंगे।
चौहान ने कहा कि आज किसान भाईयों के खेतों को देखा और उनके नुकसान की जानकारी ली। किसानों की पूरी फसलें – केला, हल्दी और सब्जियां नष्ट हो गई हैं। इस इलाके में किसान व्यापक पैमाने पर हॉर्टिकल्चर करते हैं और यहां लीज़ पर खेती करने वाले किसान भी हैं, लीज़ पर खेती करने पर किसानों को फसल का बड़ा हिस्सा या पैसा देना पड़ता है। उन्होंने अपनी लागत लगाई और फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है, लेकिन हम किसानों से ये कहने आए हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर राज्य के मुख्यमंत्री पूरी संवेदना से काम कर रहे हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने चार प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा – पहली – प्रारंभिक रूप से किसानों की सहायता करना है, दूसरी – फसल बीमा योजना का फायदा मिले इसका इंतज़ाम करना है, तीसरी – लीज़ पर जमीन लेकर काम करने वाले किसानों के लिए व्यवस्था करना है और चौथी – अगली फसल किसान कैसे ले पाए, ये मुद्दे हमारे सामने हैं, लेकिन इन मुद्दों पर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में समाधान निकालेंगे।