नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली के प्रांगण में बीजइन आइडिया फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी के निदेशकों एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी का प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रशिक्षण का उद्देश्य कम्पनी के निदेशकों एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी का क्षमता निर्माण करना था। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 27 दिसंबर से 31 दिसंबर 2024 तक किया गया था।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा द्वारा कराये गये प्रशिक्षण का मुख्य विषय कम्पनी के उत्पादों की गुणवत्ता और पैकिंग के साथ-साथ उसकी मार्केटिंग के लिए निदेशकों एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी का ज्ञानवर्धन और क्षमता निर्माण करना था। प्रशिक्षक डॉ. राजीव सिंह द्वारा पशु पालन और मुख्य रूप से बकरी पालन एवं मुर्गी पालन पर विस्तार से जानकारी दी गयी। डॉ. अवनि कुमार सिंह ने संरक्षित खेती के माध्यम से कम समय में बेमौसम की फसलें उगाकर खेती को आर्थिक रूप से अधिक लाभकारी बनाने के तरीकों की विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने संस्थान द्वारा परिसर में स्थापित किये गए प्रदर्शन क्षेत्र का भ्रमण करवा कर जीवंत फसलें भी दिखलाईं। डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा ने पशुपालन में चारे के साथ-साथ मिनरल मिक्सचर और सूखे चारे में साईलेज के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अनंता वशिष्ठ ने एफपीओ के निदेशक मण्डल में जागरूकता लाने वाली कई नई तकनीकों और योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
तकनीकी अधिकारी राजेन्द्र सिंह ने बाजार के नये आयामों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण घटकों जैसे उत्पाद की गुणवत्ता, शुद्धता और उसकी गुणवत्तापूर्ण पैकिंग के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पैकिंग और गुणवत्ता उपभोक्ताओं की मांग के अनुसार ही होनी चाहिए। चार्टर्ड अकाउंटेंट योगेन्द्र कुमार और ऋतु रावत द्वारा कम्पनी के व्यवसाय के सारे लेन देन का लेखा जोखा ठीक तरह से रखने की जानकारी दी गयी। उन्होंने कम्पनी को सुचारू रूप से चलाने के लिए उसके कई क़ानूनी पहलुओं के बारे में भी विस्तार से बताया। प्रशिक्षण में कम्पनी के निदेशक प्रीतम सिंह, ऐदल सिंह, रमन देवी, सतवीर सिंह और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रेम सिंह ने भाग लिया।
एफपीओ के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सभी वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा दिये गये प्रशिक्षण के लिए उनका आभार व्यक्त किया। भारतीय पंचायत संघ (बीपीएस) द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गयी जानकारी में बताया गया कि उक्त कम्पनी का गठन नाबार्ड की पीओडीएफ-आईडी योजना के अंतर्गत किया गया है और इसका पंजीकृत कार्यालय उत्तर प्रदेश के ग्राम नेकपुर, जिला बुलंदशहर में स्थित है।
उक्त कम्पनी का गठन और संवर्धन करने के लिए बीपीएस उत्पादक संगठन संवर्धन संस्था (पीओपीआई) के रूप में कार्यरत है। इसके साथ ही नाबार्ड के सहयोग से बीपीएस उत्तर प्रदेश में दो और मध्य प्रदेश में एक एफपीओ के गठन और संवर्धन करने का कार्य कर रहा है। बीपीएस 20 वर्षों से ज्यादा समय से ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास की प्रक्रिया को गतिशील बनाने और किसानों को आवश्यक सहायता प्रदान करके एफपीओ का गठन करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने के कार्य में संलग्न है जिससे उनकी आय में वृद्धि की जा सके।